Friday, 09 October 2020 7:02
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शैलेन्द्र पंडित
बांसी। खालसा पंथ के संस्थापक गुरु गोविंद सिंह की शहीदी दिवस आदर्श व्यापार मंडल कैंप कार्यालय पर देर शाम मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत अध्यक्ष घनश्याम जायसवाल ने गुरु गोविंद सिंह के चित्र पर माल्यार्पण धूप अगरबत्ती पुष्पार्चन कल किया। घनश्याम जायसवाल ने कहा कि पिता गुरु तेग बहादुर के बाद 11 नवंबर 1675 को वह गुरु बने। उन्होंने अपना पूरा जीवन लोगों की सेवा करते हुए वह सच्चाई की राह पर चलते हुए गुजार दिया। अर्जुन का शहीदी दिवस है। वर्ष 1708 मैं 7 अक्टूबर को वह मुगलों से लड़ाई में शहीद हुए। राकेश बग्गा कहां की गुरु गोविंद सिंह ने आनंदपुर साहिब में वैशाखी पर एक जनसभा के दौरान पंच प्यारों को चुना। उनके ही निर्देश पर सिखों के लिए खालसा पंथ के प्रतीक के तौर पर केस कंघा, कृपाण, कच्छा और कड़ा अनिवार्य हुआ। जॉन डॉक्टर राजेश गुप्ता अनूप अग्रहरी सरदार स्वर्ण सिंह प्रदीप गोपाल हरजीत सिंह गुरमीत सिंह गुलशन वाधवा अर्पित वाधवा अभिषेक सोनू सरदार राजा सिंह रोशन सिंह आदि मौजूद रहे।