Sunday, 19 August 2018 9:32
G.A Siddiqui
केरल सदी की सबसे बड़ी तबाही से जूझ रहा है। 100 साल में कभी ऐसी तबाही केरल ने नहीं देखी। इस बार आसमानी आफत ऐसी टूटी है कि वहां मुसीबत खत्म होने का नाम नहीं ले रही। अब वही संकट मौत का सबब बन चुका है। बाढ़ से मरने वालों की संख्या और बढ़ गई है।
केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन के मुताबिक शनिवार को 33 लोगों की मौत हो गई। इसी के साथ मृतकों की संख्या 357 हो गई है। बदतर होते हालात के बीच सैकड़ों रेस्क्यू टीमें लगाई गई हैं। सेना, नेवी, एयरफोर्स, एनडीआरएफ, आईटीबीपी के जवान फरिश्ते बनकर केरल की तबाही में जान बचाने के मिशन में लगे हैं। इधर केरल की मदद को कई राज्यों ने मदद की है।
बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए एनडीआरएफ की टीम ने पूरी जी-जान लगा दी है। अब तक केरल में एनडीआरएफ की कुल 169 टीमें बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। इसके अलावा वायुसेना, थल सेना, कोस्ट गार्ड, नेवी, बीएसएफ के अलावा तमाम एजेंसियां पूरी ताकत से राहत कार्य में लगी हुई हैं।
केरल में एनडीआरएफ की 169 टीमों के अलावा एयरफोर्स के 22 हेलिकॉप्टर, नेवी की 40 नाव, कोस्ट गार्ड की 35 नाव, बीएसएफ की 4 कंपनियों के अलावा केरल पुलिस, स्थानीय युवा और मछुआरे तक लोगों को बचाने में जुटे हैं। अब तक चार लाख लोगों को बचाया गया है।