Friday, 17 July 2020 8:09
G.A Siddiqui
बूढ़ी राप्ती और राप्ती ऊफान पर: बूढ़ी राप्ती नदी के तांडव से कछार में बाढ
शैलेन्द्र पंडित
बांसी । बूढ़ी राप्ती नदी का जलस्तर ऊफान पर है।जिससे कछार क्षेत्र में बाढ आ गया है। लाल निशान पार करने के बाद से जलस्तर में हो रही बढ़ोतरी से कई गांव को बाढ़ का पानी घेर लिया है। वहीं लाल निशान से लूका छिपी के खेल से राप्ती नदी के वापस लौटने से लोगों ने राहत ली पर जल जमाव से मिठवल क्षेत्र में पानी खेतों मे लग गया।बूढ़ी राप्ती नदी का जलस्तर घट बढ रहा है जिसके खतरा से इनकार नही किया जा सकता है। आज भी इसके लगातार बढऩे से उसका क्षेत्र में हथिवड़ताल गांव के तिवारी टोले समेत कई गांव चारो तरफ से बाढ़ के पानी से घिर गएहै। यहां के निवासी राधेश्याम, राकेश, हरिश्चंद आदि का कहना है कि जब भी बूढ़ी राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ता है तब हमारा गांव पानी से घिर जाता है,जिससे जरूरी सामान के लिए हम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।वहीं राप्ती नदी बुधवार की शाम खतरे के निशान तक पहुंचकर अब घटने लगी है।नदी का जलस्तर घटने से बांसी नगर सहित तट पर बसे ग्रामीण राहत की सांस ले रहे है।दो दिनो से नदी मेंं उफान आने से नदी के तट पर बने रेगुलेटर से
पानी रिसने लगा था। जिससे कस्बा के राजेंद्रनगर व श्याम नगर मोहल्ले मेंं जलभराव शुरू हो गया था जिससे दोनों वार्ड के लोगो को दुश्वारी हो रही है। नदी का जलस्तर घटने से जलभराव की समस्या से राहत मिल जाएगा। नदी के तट पर बसे ग्रामीण तेजी से बढ़ रहे जल स्तर से चिंतित थे, अब जलस्तर घटने से वह भी राहत महसूस कर रहे है। क्षेत्र निवासी रामदास, मोहनलाल, रामअजोरे,अकरम, मो हुसेन आदि का कहना है कि बाढ़ से परिवार तबाह हो गया है।